जलस्तर बढ़ते ही हजारों लोग हुए प्रभावित
अनुमान है की पटना जिले में गंगा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से दानापुर, मनेर, पटना सदर, बाढ़ और मोकामा के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। प्रशासन के अनुसार लगभग 50,000 से अधिक लोग बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।
प्रशासन ने राहत कार्य तेज किए
जिला प्रशासन ने 35 नावें राहत के लिए उपलब्ध कराई हैं और सभी सीओ, बीडीओ व एसडीओ को सतर्क किया गया है। डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने प्रभावित इलाकों का निरीक्षण कर स्थानीय लोगों से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि कई जगहों पर नदी का पानी सड़कों तक पहुंच चुका है और राहत कार्यों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। नावों की संख्या भी ज़रूरत के अनुसार बढ़ाई जाएगी।
गंगा का जलस्तर हर घंटे बढ़ रहा है
गंगा नदी का जलस्तर प्रति घंटे लगभग 1 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है। बीते 24 घंटों में गांधीघाट, दीघाघाट और मनेर में जलस्तर में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सोन नदी का स्तर भी कोईलवर में बढ़ रहा है।
राहत के लिए प्रशासन ने बनाए विशेष कोषांग
प्रशासन ने राहत कार्य के लिए 11 कोषांग बनाए हैं, जिनमें एसडीएम, डीएसपी, सीओ और थाना प्रभारी शामिल हैं। डीएम ने स्पष्ट किया है कि राहत कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।
अथमलगोला क्षेत्र में भी स्थिति गंभीर होती जा रही है, जहां रामनगर दियारा पंचायत चारों ओर से पानी से घिर गई है। कई वार्ड जलमग्न हो चुके हैं और ग्रामीण सड़कों का संपर्क टूट चुका है।
अथमलगोला के कई वार्ड जलमग्न
बाढ़ पीड़ितों के लिए प्रशासन ने तीन स्थानों पर शरणस्थल बनाए हैं — नकटा दियारा, मीनार घाट और मरीन ड्राइव की एक लेन में टेंट लगाए गए हैं। यहां सामुदायिक रसोई, प्राथमिक चिकित्सा, पशु चारा और अन्य जरूरी व्यवस्थाएं की गई हैं। मोकामा सहित अन्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भी राहत कैंप चलाए जा रहे हैं।
दानापुर के ग्रामीण ऊँचे स्थानों की ओर जा रहे
दानापुर के दियारा क्षेत्र में स्थिति अत्यंत नाजुक बनी हुई है। कई ग्रामीण अपने मवेशियों के साथ ऊँचे स्थानों की ओर जा रहे हैं, जबकि कुछ बलदेव इंटर स्कूल जैसे सुरक्षित स्थानों पर शरण ले रहे हैं।
उत्तर: पटना जिले में दानापुर, मनेर, पटना सदर, मोकामा और बाढ़ अनुमंडल सबसे अधिक बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। रामनगर दियारा पंचायत सहित कई गांव जलमग्न हो गए हैं।
उत्तर: गंगा नदी का जलस्तर हर घंटे लगभग 1 सेंटीमीटर की दर से बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटों में गांधीघाट, दीघाघाट और मनेर में जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
उत्तर: हां, जिला प्रशासन ने नावें, शरण स्थल, सामुदायिक रसोई और मेडिकल सहायता सहित कई राहत कार्य शुरू किए हैं। इसके अलावा, 11 विशेष राहत कोषांग गठित किए गए हैं।
हां, गंगा के साथ-साथ सोन नदी का जलस्तर भी कोईलवर में बढ़ रहा है। इससे आसपास के इलाकों में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो सकती है।


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